Friday, November 23, 2007

बॉस खबरों कि दुनिया है ......

ऑफिस, रिपोर्ट डेस्क और खबरें
सुबह से शाम तक....ख़बरों कि दुनिया
दुनिया को दुनिया से जोड़े रखने कि जुगत
कहाँ, कब, क्या, कैसे का जवाब मांगती खबरें
हर दम नया, ताज़ा, सामने वाले से अलग
या कहिये एक्सक्लूसिव,
नाम से खबर छपने का नशा
दुसरे दिन मोबाइल पर घंटी
क्या लिखा है बॉस......
मजा आ गया, जान लेली
फिर नयी एक्सक्लूसिव की तईयारी...
फिर अचानक एक दिन बॉस का नोटिस
ये क्या है...ऐसे नही चलेगा...मुझे इसका लिखित में
जवाब चाहिऐ....
थोडा सा गम, साथी रिपोर्टर का कन्धा
फिर दुसरे दिन की तयारी...
बॉस खबरों कि दुनिया है
यहाँ तो ऐसे ही चलता है
ऐसे ही चलेगा......