बातों-बातों में मन की बातें
मन का आइना है लेखन, शायद यह सच है...
Sunday, September 30, 2007
आज के लिए
Friday, September 28, 2007
स्वागत है
नमस्कार
आज से मैं भी ब्लोग कि इस रोमानी दुनिया हमराही हो गया हूँ। कोशिश है कि जो मन है वयक्त अवयाक्त इस के साथ आप तक पहुंचे
। - मुरली
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