Wednesday, August 12, 2015

सॉरी तनव



साप्ताहिक अवकाश का दिन था। मंगलवार। 12 अगस्त 2015। परिवार के साथ जयपुर से लगभग 12 किलोमीटर दूर एक वाटर पार्क में घूमने के लिए गए। वहां वाटर पार्क में मैंने, प्रेरणा और तनव ने खूब आनंद लिया। तनव को मेंढ़क की तरह पानी में तैरने के अंदाज में घूमने लगा। ये देखकर हम दोनों को बहुत आनंद आया। उसे पानी से कुछ ज्यादा ही लगाव है। वहां लग रही बड़ी स्लाइडो पर वह फिसलने की जिद करने लगा। उन पर नौ साल से कम उम्र के बच्चों को फिसलने की अनुमती नहीं है। जो ठीक भी है। जब मैं उस पर फिसल रहा था, तो लगा....मैं कहां जा रहा हूं। बहुत उत्तेजनापूर्ण और रोमांचक था।
लेकिन इस आउटिंग से मुझे एक सबक मिला। तनव को हम एक छोटे पूल में, जो वहां नजदीक ही था, में लेकर गए। वहां बच्चों के  लिए स्लाइडें थीं। हम तीनों ने उनका खूब आनंद लिया। एक चौड़ी स्लाइड पर तनव को मैंने जबरदस्ती फिसलाने के लिए उसे अपने से छुड़ाकर हल्का सा धक्का दे दिया। वह इससे बहुत डर गया। हालांकि नीचे प्रेरणा खड़ी थी। वह स्लाइड पर बीच में ही रुक गया और जोर से रोने लगा। कांपता हुआ। शायद बहुत डर गया था। मुझे बाद में पछतावा हुआ।  महसूस हुआ, उसकी सहमति से यह करता तो उसको भी आनंद आता और उसका डर निकल जाता।
सॉरी तनव, आगे से और ध्यान रखूंगा।   

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